: बिहार न्यूज़ टीम
राजस्व एवं भूमि सुधार की साइट पर जाकर जान सकेंगे ऑनलाइन ब्योरा
पटना : अब बस एक क्लिक में यह आसानी से जाना जा सकेगा कि किसी जमीन का मालिक कौन है। लंबी प्रक्रिया के बाद राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने सूबे के 3.5 करोड़ जमाबंदी को डिजिटाइज्ड किए जाने की प्रक्रिया को पूरा कर लिया है। जल्द ही यह आम लोगों के एक्सेस के लिए विभाग के साइट पर उपलब्ध हो जाएगा। रजिस्टर टू में किसका नाम चढ़ा यह जानने के लिए कर्मचारी के दफ्तर की दौड़ लगाने की झंझट से भी मुक्ति मिल जाएगी।
अब आठ अंचलों में काम है शेष : राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्र ने बताया कि अब केवल आठ अंचलों का काम शेष रह गया है। वहां अभी वेरिफिकेशन का काम चल रहा है। अगले हफ्ते यह काम भी पूरा हो जाएगा। इसके बाद से पूरे बिहार की जमाबंदी को डिजिटाइज्ड किए जाने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
आम आदमी के लिए आसान होगा इसे एक्सेस करना : जमाबंदी रजिस्टर के डिजिटाइज्ड हो जाने के बाद आम आदमी इसे सहजता से एक्सेस कर सकेंगे। प्रधान सचिव ने बताया कि इसके लिए विभाग के वेबसाइट पर ही प्रावधान किया गया है। वहां थाना नंबर और खाता खेसरा नंबर डालने से यह मालूम हो जाएगा कि फलां जमीन का मालिक कौन है। जमाबंदी के डिजिटाइज्ड स्वरूप में फिलहाल जमीन मालिक का वही नाम मिलेगा जो पुराने सर्वे के आधार पर है। अगर वारिस ने अपने नाम से दाखिल खारिज करा लिया है तभी उसका नाम जमाबंदी में दिखाई देगा।
ये सेवाएं भी होंगी ऑनलाइन
भवन निर्माण का नक्शा, बच्चों का नाम शामिल करवाना, नया मूल्यांकन आग्रह, घर निर्माण अनुदान, आवास निर्माण का नक्शा, भवन की मंजूरी, जन्म प्रमाण पत्र, हॉकर स्टॉल, टाइटिल डीड ट्रांसफर, विलंब से जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र, पानी-सीवर कनेक्शन और बिल्डिंग रेंट ।
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