इधर, घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और कमरे को सील कर दिया। SDPO रंजन कुमार के अनुसार, मामला संदेहास्पद प्रतीत हो रहा है। जांच केंद्र के संचालक और स्टाफ से पूछताछ की जा रही है। भागलपुर से FSL की टीम को बुलाया गया है। जांच केंद्र में लगे CCTV के फुटेज को खंगाला जा रहा है। मृतका की पहचान मेदनी चौकी थाना क्षेत्र के अमरपुर गांव निवासी पुष्पलता (35) के रूप में हुई है। वह जांच केंद्र में सहायिका के रूप में कार्यरत थी। उसके पति प्रदीप कुमार की कुछ साल पहले मौत हो चुकी थी।
रात को सोने से पहले TV देख रही थी
जांच केंद्र की एक अन्य स्टाफ निभा कुमारी ने बताया कि मंगलवार रात मैडम (पुष्पलता) को खाना दिया था। वह खाना खाने के बाद अपने कमरे में टीवी देख रही थी और मोबाइल पर किसी से बात भी कर रही थी। मैं कमरे में गई तो मैडम ने कहा कि खाना हो गया अब तुम चली जाओ। इसके बाद कमरे के गेट (डबल साइडेड लॉक) को बाहर से बंद कर चाबी को खिड़की के अंदर रखकर चली गई। आज सुबह आई तो कमरा नहीं खुला था। रोजाना मैडम सवेरे उठ जाती थी। जब काफी देर कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो खिड़की से चुंबक के जरिए चाबी निकालकर गेट खोला। मैडम बेड पर पड़ी थी। पास जाकर आवाज दिया तो कोई हलचल नहीं हुई। कंबल हटाया तो वह अर्धनग्न हालत में मृत मिली। निभा ने बताया कि मृत महिला के गले से सोने की चेन गायब थी।
जांच केंद्र के प्रथम तल पर 3 लोग रहते हैं
जांच केंद्र में मृतक सहायिका पुष्पलता के अलावा लखीसराय के माणिकपुर थाना क्षेत्र के भवानीपुर की निभा कुमारी व खगड़िया जिले के अलौली का अभिषेक कुमार रहता है। सभी जांच केंद्र में ही काम करते हैं। जांच केंद्र के संचालक डॉ. राजकुमार अपना इलाज कराने गए हैं। पुलिस मकान में रहने वाले तीनों कर्मियों से पूछताछ कर रही है। स्थानीय लोगों को पुष्पलता के कमरे के बाहर खिड़की से सटा एक बांस खड़ा मिला। लोग आशंका जता रहे हैं अपराधी वारदात को अंजाम देकर इसी बांस के सहारे फरार हुआ।
पति के रहते प्रेम विवाह में की थी दूसरी शादी
पुष्पलता के बारे में लोगों ने बताया कि उसकी पहली शादी मेदनीचौकी थाना क्षेत्र के खावा गांव में हुई थी। पति मजदूरी करता था। उस दौरान मुंगेर में रहकर पुष्पलता किसी नर्स के यहां नर्सिंग सीखती थी। उसी दौरान उसकी मुलाकात मेदनीचौकी निवासी झोला छाप डॉक्टर प्रदीप कुमार से हुई। दोनों में प्यार हुआ और पहले पति को छोड़ कर प्रदीप से प्रेम विवाह कर ली। शादी के बाद से प्रदीप के घर में परिवार के बीच तनाव का माहौल रहने लगा। इस दौरान पुष्पलता ने पति प्रदीप पर दबाव बनाकर मुजफ्फपुर से नर्सिंग की ट्रेनिंग की। प्रदीप को शराब की लत थी।
शादी के कुछ दिन बाद एक बेटा हुआ। नौ साल पूर्व उसके पति प्रदीप की मौत हो गई। कुछ दिन तक ससुराल मेदनीचौकी में अपने पति के घर रही, लेकिन बाद में सुसराल वालों ने घर से निकाल दिया। उसके बाद वह अपने मायके अमरपुर में माता-पिता के साथ रहने लगी। कुछ दिन के बाद करीब छह वर्ष की अवस्था में उसके बेटे की भी मौत हो गई। निजी क्लिनिक में नर्सिंग का कार्य करते हुए डॉ. राजकुमार के संपर्क में आई। उसके बाद लखीसराय स्थित लखीसराय अल्ट्रासाउंड एंड डिजिटल एक्स-रे जांच केंद्र में कार्य करने लगी। यहां करीब आठ साल से नौकरी कर रही थी। वह डॉ. राजकुमार का काफी विश्वासपात्र थी।
No comments:
Post a Comment