Friday, July 27, 2018

मुज़फ्फरपुर में पुल के निचे कचरे की तरह फेकते थे लडकियों की लाश


By: बिहार न्यूज़ टीम 


मुजफ्फरपुर| बालिका गृह में यौनशोषण कांड की पीड़िताओं ने दिल दहला देने वाले खुलासा किये हैं। मुजफ्फरपुर बालिका गृह से मोकामा के नाजरत अस्पताल में शिफ्ट की गई बच्चियां राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा को हैवानियत की हदें पार करने वाले वाकया बताते वक्त गुस्से से लाल हो गईं। गुरुवार को महिला आयोग की टीम के सामने पीड़िता ने एनजीओ संचालक ब्रजेश ठाकुर और निलंबित सीपीओ रवि रौशन की हैवानियत को बयां किया। .

नेपाल के बॉर्डर से डेढ़ साल पहले आश्रय गृह में आयी एक लड़की ने महिला आयोग की अध्यक्ष को बताया कि ब्रजेश जब गुस्से में आता था तो जूते से लड़कियों को मारता था। वे जब चिल्लाती थीं तो उन्हें अधिक यातना दी जाती थी। अध्यक्ष ने बताया कि इस लड़की के माता-पिता नहीं हैं। डेढ़ साल पहले वह लोहार की दुकान पर काम करने जा रही थी तो एक आदमी ने आइस्क्रीम में नशा मिलाकर खिला दिया था। वह बेहोश हो गई। जब आंखें खुली तो खुद को मुजफ्फरपुर थाने में पायी। वहां से बेहोशी की हालत में अस्पताल लाया गया। फिर दूसरी बार जब आंख खुली तो आश्रय गृह में पाया। तब शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था। आश्रय गृह में खुद को नि:वस्त्र पाकर वहां देखभाल करने वाली किरण से पूछा कि मेरे कपड़े क्यों नहीं है तो वह मेरी बात सुनकर हंसने लगी। काउंसिलिंग के बहाने मुझे आर्यन होटल ले गये। होटल में पीने के लिए पानी दिया गया। पानी शरीर पर गिर गया तो एक रुमाल दिया। रुमाल से जैसे ही मुहं पोछा बेहोश होने लगी। जब आंख खुली तो शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था। ब्रजेश से पूछती तो वह बोलता था कि अब आदत डाल लो। .

अध्यक्ष ने बताया, लड़की ने कहा कि ब्रजेश ने चार लड़कियों को रखा था। बालिका गृह में एक लड़की ने एक रेडियो तोड़ दी थी। ब्रजेश ने चार लड़कियों से कहा कि इस लड़की को मार दोगी तो बहुत पैसे देंगे। एक रात को चारों लड़कियों ने मिलकर उस लड़की को मारने का प्लान बनाया। मैं सोने का नाटक कर रही थी। अगर मैं कुछ बोलती तो मुझे भी मार देते। रात के दो बजे मैंने देखा- एक लड़की ने उसका गला दबाया है, एक हाथ पकड़ी थी और दो लड़कियां मिलकर घुसा मार रही थीं। जब लड़की की मौत हो गई तो शव को आलू के बोरे में बंद कर गुड्डु, विजय और आरती नाम की महिला ने रिक्शा पर रखकर मुजफ्फरपुर पुल के नीचे जहां कचरा फेंका जाता है, वहां फेंक दिया। मैं बालिका गृह की छत पर चढ़कर यह सब देख रही थी। लाश फेंककर आने पर उनलोगों ने सभी को धमकी दी कि अगर किसी से भी कुछ कहा तो मार देंगे। सभी लड़कियां डर गईं। अध्यक्ष ने कहा कि गया की बच्ची ने बताया कि चाचा व बुआ ने मिलकर उन्हें राजस्थान में बेच दिया था। राजस्थान से उसे मुक्त कराकर मुजफ्फरपुर बालिका गृह लाया गया था। वहां रवि रौशन ने नशा खिलाकर उसके साथ गलत काम किया था। .

लड़कियों के बयान व साक्ष्य पर चार्जशीट

पटना। बालिका गृह कांड में पीड़ित लड़कियों के बयान, फोटो से उत्पीड़कों की पहचान व अनुसंधान में मिले साक्ष्य के आधार पर चार्जशीट की गई। इसकी मॉनिटरिंग एसएसपी कर रही थीं। वहीं, फरार आरोपित सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष दिलीप वर्मा के खिलाफ कोर्ट इश्तेहार निर्गत कर चुका है। एसएसपी हरप्रीत कौर ने बताया कि बालिका गृह कांड में सभी दस आरोपितों के खिलाफ आईओ ज्योति कुमारी ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है। इसके अलावा अन्य बिंदुओं पर जांच व अनुसंधान जारी है। कांड की जांच-पड़ताल तेजी से हो रही है। खुद लगातार मामले की मॉनिटरिंग कर रही हैं। गुरुवार को नगर डीएसपी मुकुल कुमार रंजन और आईओ के साथ एक दर्जन से अधिक बिंदुओं पर केस की समीक्षा की। साथ ही फरार दिलीप की गिरफ्तारी करने को कहा है। एसएसपी ने केस की आईओ ज्योति कुमारी को निर्गत इश्तेहार को दिलीप वर्मा के घर पर अविलंब चिपकाने का निर्देश दिया है। 

मोकामा स्थित शेल्टर होम का गुरुवार को दौरा करने पहुंचीं थी महिला आयोग की अध्यक्ष



राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मुजफ्फरपुर बालिका कांड पर कहा है कि जिस तरह की घटना हुई है वह महिला की गरिमा और सम्मान के खिलाफ है। इसने गरिमा व सम्मान को तार-तार कर दिया है। आयोग ने घटना में प्रशासन की अक्षमता पर सवाल खड़ा किया है। आयोग ने कहा है कि कथित तौर पर अधिकारियों और आश्रय गृह के स्टाफ के घटना में शामिल होने से गंभीर सवाल खड़े होते हैं। आयोग ने पूछा है कि क्या समाज कल्याण विभाग ने आश्रयगृह को संचालित करने के लिए कोई संस्तुति दी थी व निगरानी रखने के लिए क्या मैकेनिज्म बनाया गया था। .

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Friday, July 27, 2018

मुज़फ्फरपुर में पुल के निचे कचरे की तरह फेकते थे लडकियों की लाश


By: बिहार न्यूज़ टीम 


मुजफ्फरपुर| बालिका गृह में यौनशोषण कांड की पीड़िताओं ने दिल दहला देने वाले खुलासा किये हैं। मुजफ्फरपुर बालिका गृह से मोकामा के नाजरत अस्पताल में शिफ्ट की गई बच्चियां राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा को हैवानियत की हदें पार करने वाले वाकया बताते वक्त गुस्से से लाल हो गईं। गुरुवार को महिला आयोग की टीम के सामने पीड़िता ने एनजीओ संचालक ब्रजेश ठाकुर और निलंबित सीपीओ रवि रौशन की हैवानियत को बयां किया। .

नेपाल के बॉर्डर से डेढ़ साल पहले आश्रय गृह में आयी एक लड़की ने महिला आयोग की अध्यक्ष को बताया कि ब्रजेश जब गुस्से में आता था तो जूते से लड़कियों को मारता था। वे जब चिल्लाती थीं तो उन्हें अधिक यातना दी जाती थी। अध्यक्ष ने बताया कि इस लड़की के माता-पिता नहीं हैं। डेढ़ साल पहले वह लोहार की दुकान पर काम करने जा रही थी तो एक आदमी ने आइस्क्रीम में नशा मिलाकर खिला दिया था। वह बेहोश हो गई। जब आंखें खुली तो खुद को मुजफ्फरपुर थाने में पायी। वहां से बेहोशी की हालत में अस्पताल लाया गया। फिर दूसरी बार जब आंख खुली तो आश्रय गृह में पाया। तब शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था। आश्रय गृह में खुद को नि:वस्त्र पाकर वहां देखभाल करने वाली किरण से पूछा कि मेरे कपड़े क्यों नहीं है तो वह मेरी बात सुनकर हंसने लगी। काउंसिलिंग के बहाने मुझे आर्यन होटल ले गये। होटल में पीने के लिए पानी दिया गया। पानी शरीर पर गिर गया तो एक रुमाल दिया। रुमाल से जैसे ही मुहं पोछा बेहोश होने लगी। जब आंख खुली तो शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था। ब्रजेश से पूछती तो वह बोलता था कि अब आदत डाल लो। .

अध्यक्ष ने बताया, लड़की ने कहा कि ब्रजेश ने चार लड़कियों को रखा था। बालिका गृह में एक लड़की ने एक रेडियो तोड़ दी थी। ब्रजेश ने चार लड़कियों से कहा कि इस लड़की को मार दोगी तो बहुत पैसे देंगे। एक रात को चारों लड़कियों ने मिलकर उस लड़की को मारने का प्लान बनाया। मैं सोने का नाटक कर रही थी। अगर मैं कुछ बोलती तो मुझे भी मार देते। रात के दो बजे मैंने देखा- एक लड़की ने उसका गला दबाया है, एक हाथ पकड़ी थी और दो लड़कियां मिलकर घुसा मार रही थीं। जब लड़की की मौत हो गई तो शव को आलू के बोरे में बंद कर गुड्डु, विजय और आरती नाम की महिला ने रिक्शा पर रखकर मुजफ्फरपुर पुल के नीचे जहां कचरा फेंका जाता है, वहां फेंक दिया। मैं बालिका गृह की छत पर चढ़कर यह सब देख रही थी। लाश फेंककर आने पर उनलोगों ने सभी को धमकी दी कि अगर किसी से भी कुछ कहा तो मार देंगे। सभी लड़कियां डर गईं। अध्यक्ष ने कहा कि गया की बच्ची ने बताया कि चाचा व बुआ ने मिलकर उन्हें राजस्थान में बेच दिया था। राजस्थान से उसे मुक्त कराकर मुजफ्फरपुर बालिका गृह लाया गया था। वहां रवि रौशन ने नशा खिलाकर उसके साथ गलत काम किया था। .

लड़कियों के बयान व साक्ष्य पर चार्जशीट

पटना। बालिका गृह कांड में पीड़ित लड़कियों के बयान, फोटो से उत्पीड़कों की पहचान व अनुसंधान में मिले साक्ष्य के आधार पर चार्जशीट की गई। इसकी मॉनिटरिंग एसएसपी कर रही थीं। वहीं, फरार आरोपित सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष दिलीप वर्मा के खिलाफ कोर्ट इश्तेहार निर्गत कर चुका है। एसएसपी हरप्रीत कौर ने बताया कि बालिका गृह कांड में सभी दस आरोपितों के खिलाफ आईओ ज्योति कुमारी ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है। इसके अलावा अन्य बिंदुओं पर जांच व अनुसंधान जारी है। कांड की जांच-पड़ताल तेजी से हो रही है। खुद लगातार मामले की मॉनिटरिंग कर रही हैं। गुरुवार को नगर डीएसपी मुकुल कुमार रंजन और आईओ के साथ एक दर्जन से अधिक बिंदुओं पर केस की समीक्षा की। साथ ही फरार दिलीप की गिरफ्तारी करने को कहा है। एसएसपी ने केस की आईओ ज्योति कुमारी को निर्गत इश्तेहार को दिलीप वर्मा के घर पर अविलंब चिपकाने का निर्देश दिया है। 

मोकामा स्थित शेल्टर होम का गुरुवार को दौरा करने पहुंचीं थी महिला आयोग की अध्यक्ष



राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मुजफ्फरपुर बालिका कांड पर कहा है कि जिस तरह की घटना हुई है वह महिला की गरिमा और सम्मान के खिलाफ है। इसने गरिमा व सम्मान को तार-तार कर दिया है। आयोग ने घटना में प्रशासन की अक्षमता पर सवाल खड़ा किया है। आयोग ने कहा है कि कथित तौर पर अधिकारियों और आश्रय गृह के स्टाफ के घटना में शामिल होने से गंभीर सवाल खड़े होते हैं। आयोग ने पूछा है कि क्या समाज कल्याण विभाग ने आश्रयगृह को संचालित करने के लिए कोई संस्तुति दी थी व निगरानी रखने के लिए क्या मैकेनिज्म बनाया गया था। .

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