: बिहार न्यूज़ टीम
पटना| दारोगा बनने की चाह में शातिर किसी हद तक जाने से नहीं चूक रहे। मंगलवार को शुरू हुई शारीरिक परीक्षा में भी यह देखने को मिला। पहले ही दिन फर्जीवाड़े के आरोप में 23 अभ्यर्थी पकड़े गए। वहीं एक शख्स भीड़ का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा।.
बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग के मुताबिक जो पकड़े गए हैं उन्होंने या तो स्कॉलर की मदद से लिखित परीक्षा पास की या फिर दूसरे के स्थान पर दौड़ने पहुंचे थे, लेकिन आयोग की स्क्रीनिंग की व्यवस्था को चकमा देने में नाकामयाब रहे। आयोग ने इन सभी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए गर्दनीबाग पुलिस को सूचित कर दिया है। बुधवार को इन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जाएगा। .
एक शख्स भागा : आयोग के मुताबिक बहाली प्रक्रिया के दौरान जब छानबीन चल रही थी तभी एक शख्स भीड़भाड़ का फायदा उठाकर भाग गया। हालांकि उसकी तमाम जानकारी हासिल कर ली गई है। वह लिखित परीक्षा पास करनेवाले एक शख्स की जगह रनर के तौर पर दौड़ने आया था। .
230 अभ्यर्थी नहीं पहुंचे :
शारीरिक परीक्षा के पहले दिन 1350 अभ्यर्थियों को शामिल होना था। आयोग के मुताबिक कुल 1120 अभ्यर्थी ही पहुंचे। माना जा रहा है कि इतनी बड़ी तादाद में अभ्यर्थियों के नहीं आने के पीछे उनके पकड़े जाने का डर है। अनुपस्थित रहे 230 अभ्यर्थियों में अधिकतर के स्कॉलर की मदद से लिखित परीक्षा पास करने की आशंका जताई जा रही है। बता दें कि प्रारंभिक और मुख्य लिखित परीक्षा के बाद मंगलवार से गर्दनीबाग हाईस्कूल मैदान में शारीरिक दक्षता परीक्षा शुरू हुई है। 10 हजार 161 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किया गया है।
शारीरिक दक्षता परीक्षा के पहले दिन 23 लोगों को फर्जीवाड़े के आरोप में हिरासत में लिया गया है। इन पर केस दर्ज कराया जा रहा है। - सुनीत कुमार, अध्यक्ष, बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग.
No comments:
Post a Comment