: बिहार न्यूज़ टीम
पटना| बुद्धा कॉलोनी में गुरुवार की रात लघु सिंचाई विभाग के रिटायर्ड कमिश्नर हरेंद्र प्रसाद सिंह और उनकी पत्नी स्वप्ना की हत्या के मामले में पुलिस अपराधियों के नजदीक पहुंच गई है। संदिग्धों के मोबाइल लोकेशन व अन्य वैज्ञानिक साक्ष्यों की रिपोर्ट को लेकर पुलिस की जांच अटकी हुई है।
पुलिस का कहना है कि अपराधियों की तादाद दो या दो से ज्यादा थी।
इन्हें दंपती पहचानता था। वे गए। किसी बात को लेकर विवाद हुआ। कमिश्नर से किसी दस्तावेज या पैसे की छीनाझपटी हुई। वहां बालू गिरा था। फूल का गमला टूट गया था। अपराधियों ने पहले हरेंद्र की आंख के पास किसी चीज से मारा। वे गिरे। उनका गला पहले दबाया गया, फिर पास में मौजूद उनकी पत्नी का भी गला घोंट दिया गया। हत्या के बाद साक्ष्य मिटाने की भी कोशिश की गई। मौके से पुलिस को चूड़ी, दोनों का चश्मा आदि मिला। एफएसएल टीम ने हिरासत में लिए करीब आठ संदिग्धों का फिंगर प्रिंट लिया।
पुलिस ने इस मामले में केयर टेकर शोएब, शोएब की पत्नी गुलशन, एक और दाई गीता, चालक बहादुर समेत कई किराएदारों को हिरासत में लेकर गर्दनीबाग थाने में सुबह से रात तक पूछताछ की। इनमें कई बार-बार बयान बदल रहे हैं। बहरहाल पुलिस ने दोनों शवों का पोस्टमार्टम करा दिया। ऑस्ट्रेलिया में रहने वाली बेटी गेली देर रात पटना पहुंच गई। दोनों बेटे भी आ गए हैं। एक बेटा कंकड़बाग में रहते हैं। शनिवार को दंपती का दाह-संस्कार कर दिया जाएगा।
एफएसएल टीम ने संदिग्धों का लिया फिंगर प्रिंट, आईजी ने एसएसपी के नेतृत्व में एसआईटी गठित की
जोनल आईजी नैयर हसनैन खान ने डबल मर्डर की जांच अौर अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए एसएसपी के नेतृत्व में एसआईटी गठित की है। इसमें सिटी एसपी सेंट्रल डी. अमरकेश, कोतवाली, सचिवालय व दानापुर डीएसपी के साथ ही कोतवाली, बुद्धा कॉलोनी, पाटलिपुत्र, एसकेपुरी थानेदार, एसएसपी दफ्तर के साइबर सेल और टेक्निकल सेल के जवानों को शामिल किया गया है। आईजी खुद जांच के बाबत एसएसपी से जानकारी लेने में जुटे हैं।
लेकिन गुरुवार को स्वप्ना बहन से मिलने नहीं गईं
जांच में पता चला है कि स्वप्ना की बहन किदवईपुरी में रहती हैं। वह बीमार हैं। उन्हें रोजाना केयर टेकर और चालक बहन के यहां ले जाता था, लेकिन गुरुवार को स्वप्ना बहन से मिलने नहीं गईं। हत्या से दो दिन पहले हरेंद्र पहली पत्नी के पास कंकड़बाग गए थे। वे अमूमन वहां जाते थे। यह बात पहली पत्नी के बेटे ने बताई। उनका भी दावा है कि घटना करने वाला कोई बाहर का नहीं है।
आईजी बोले-जल्द होगा खुलासा
आईजी ने बताया कि हत्या करने वाला परिचित है। हत्यारा वहां आता-जाता था, जिसे दंपती पहचानते थे। दंपती के रूम तक जाने का एक ही रास्ता है। संदिग्धों से पूछताछ चल रही है। हत्या के पीछे कोई अंदरूनी वजह है। जल्द ही मामले का खुलासा हो जाएगा।
केयरटेकर की ओर घूमी शक की सूई
हरेंद्र प्रसाद सिंह ने केयरटेकर शोएब को पावर आॅफ अटॉर्नी बनाया था। उसका बेटा सभी 54 किराएदारों से किराया वसूलकर दंपती को देता था। शोएब की पत्नी गुलशन दंपती दाई का काम करती है। शक की सूई केयरटेकर और उसके परिवार के इर्द-गिर्द घूम रही है। बार-बार शोएब बयान बदल रहा है। सूत्रों का कहना है कि जिसने हत्या उसे यह परिवार जानता है। शोएब की शर्ट पर खून के धब्बे भी मिले हैं जिसे जांच को एफएसएल ले गई। दंपती की संपत्ति से उनके बेटा-बेटी को मतलब नहीं था। सभी बड़े पद पर हैं।
शोएब, उसकी पत्नी और दंपती की एक करीबी रिश्तेदार आखिर क्यों बार-बार पुलिस को यह बात कह रहे हैं कि उनकी हत्या नहीं हुई। उस रिश्तेदार ने तो पुलिस को यहां तक कहा कि पुलिस इस घटना को मर्डर से जोड़कर क्यों देख रही है? तीनों ने पुलिस को यह क्यों कहा कि आपस में मारपीट में दोनों की जान गई जबकि एसएसपी ने कहा कहा था कि दोनों की हत्या गला दबाकर हुई है। उनके यहां 54 किराएदार हैं। रात के वक्त लोग घर से बाहर बैठते हैं। जिस सीढ़ी पर चढ़कर दंपती के फ्लैट में जाने का एक ही रास्ता है, उस पर किराएदार बैठते हैं। अपराधी भी उसी सीढ़ी से चढ़कर उनके फ्लैट तक पहुंचे।
अगर कोई अनजान शख्स सीढ़ी पर जाता और फिर लाैटता तो उसे कोई न कोई जरूर टोकटाक करते। किसी का टोकटाक नहीं करने का मतलब है कि दंपती के यहां उन लोगों का आना-जाना था। दो-तीन लोग गए और वारदात कर आराम से चलते बने या फिर उसी भीड़ में शामिल होकर दंपती की हत्या पर अफसोस जताने लगे। हरेंद्र के कैंपस में एक भी सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है। पास की गली में दो-तीन कैमरे हैं। इनमें भी दो कैमरे डीवीआर से कनेक्ट नहीं थे।
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