Friday, January 25, 2019

11 दिनों तक गायब सार्थक को नहीं ढूंढ सकी पुलिस, अब यूनिवर्सिटी कैंपस से मिली लाश

: बिहार न्यूज़ टीम 

छपरा | शहर में 11 दिनों से लापता बच्चे का शव पुलिस ने बरामद किया है. मृतक छपरा के जाने-माने डॉक्टर सजल कुमार का भतीजा सार्थक उर्फ गोलू है. गोलू अपने घर से रहस्यमयी ढंग से गायब हो गया था.

सजल के भतीजे सार्थक तलाश लगातार जारी थी लेकिन गायब होने के 11 दिन बाद भी 7 वर्षीय सार्थक का कोई सुराग नहीं मिल सका था. गुरुवार को सार्थक का शव जयप्रकाश विश्वविद्यालय कैंपस में मिला. शव मिलने की सूचना के बाद पुलिस ने परिजनों को घटनास्थल पर बुलाया जहां शव की शिनाख्त हो सकी. शव की शिनाख्त के लिए मौके पर पहुंचे सारण एसपी ने भी स्थिति का जायजा लिया.

इस मामले की जांच का जिम्मा एसआईटी की टीम को दिया गया है. इस मामले में सार्थक के पिता बड़ा तेलपा अड्डा चौक निवासी मंटू कुमार गुप्ता ने नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. जिसके बाद सारण एसपी ने एसआईटी का गठन किया था पर पुलिस को कोई सफलता नही मिली थी.

नगर थानाध्यक्ष सह पुलिस निरीक्षक जयप्रकाश पंडित ने बताया कि शव की पहचान बच्चे के कपङे व चप्पल से की गयी है । आशंका है कि दो तीन दिन पहले ही उसकी हत्या कर दी गयी है और साक्ष्य मिटाने के लिए शव को ले जाकर विश्वविद्यालय परिसर में झाङी में फेंक दिया गया है ।

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Friday, January 25, 2019

11 दिनों तक गायब सार्थक को नहीं ढूंढ सकी पुलिस, अब यूनिवर्सिटी कैंपस से मिली लाश

: बिहार न्यूज़ टीम 

छपरा | शहर में 11 दिनों से लापता बच्चे का शव पुलिस ने बरामद किया है. मृतक छपरा के जाने-माने डॉक्टर सजल कुमार का भतीजा सार्थक उर्फ गोलू है. गोलू अपने घर से रहस्यमयी ढंग से गायब हो गया था.

सजल के भतीजे सार्थक तलाश लगातार जारी थी लेकिन गायब होने के 11 दिन बाद भी 7 वर्षीय सार्थक का कोई सुराग नहीं मिल सका था. गुरुवार को सार्थक का शव जयप्रकाश विश्वविद्यालय कैंपस में मिला. शव मिलने की सूचना के बाद पुलिस ने परिजनों को घटनास्थल पर बुलाया जहां शव की शिनाख्त हो सकी. शव की शिनाख्त के लिए मौके पर पहुंचे सारण एसपी ने भी स्थिति का जायजा लिया.

इस मामले की जांच का जिम्मा एसआईटी की टीम को दिया गया है. इस मामले में सार्थक के पिता बड़ा तेलपा अड्डा चौक निवासी मंटू कुमार गुप्ता ने नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. जिसके बाद सारण एसपी ने एसआईटी का गठन किया था पर पुलिस को कोई सफलता नही मिली थी.

नगर थानाध्यक्ष सह पुलिस निरीक्षक जयप्रकाश पंडित ने बताया कि शव की पहचान बच्चे के कपङे व चप्पल से की गयी है । आशंका है कि दो तीन दिन पहले ही उसकी हत्या कर दी गयी है और साक्ष्य मिटाने के लिए शव को ले जाकर विश्वविद्यालय परिसर में झाङी में फेंक दिया गया है ।

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