Sunday, March 29, 2020

दिल्ली से लौटे लोगों को बॉर्डर पर रोकने का आदेश, सरकार की मांग-बाहर से आने वालों के लिए तय हो अंतिम तारीख

: बिहार न्यूज़ टीम 

पटना | दिल्ली से लौटे लोगों को बिहार बॉर्डर पर ही रोकने का आदेश जारी किया गया है। रविवार को क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है। मुख्य सचिव दीपक कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में सभी विभागों के प्रधान सचिव स्तर के अधिकारी मौजूद थे और डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय मौजूद थे।

बैठक के बाद गृह विभाग अपर सचिव आमिर सुबहानी ने बतााय कि कई बसें बिहार पहुंच गई है। सभी को बॉर्डर पर रोक दिया गया है। लोगों की स्क्रीनिंग कराई जा रही है। किसी भी हाल में लोगों को अपने घर जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उनके खाने-पीने से लेकर सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। 14 दिनों तक लोगों को बॉर्डर पर बने कैंप में ही रहना होगा।

मुख्य सचिव ने केंद्रीय गृह सचिव और दिल्ली के कैबिनेट सचिव से बातचीत की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर हुई इस बातचीत की जानकारी देते हुए गृह विभाग के अपर सचिव आमिर सुबहानी ने बताया कि यह जरूरी है कि सीमित संख्या में लोग आएं। लोगों के आने की संख्या अगर ज्यादा बढ़ती है तो यह फैसला लिया जाएगा कि उन्हें घर भेजा जाएगा या नहीं। बिहार सरकार की मांग है कि आने वाले लोगों की एक अंतिम तारीख तय हो।

इससे पहले शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली और यूपी में फंसे लोगों को विशेष बस से बिहार भेजने के फैसले पर ऐतराज जताया था। उन्होंने कहा था कि विशेष बस से लोगों को भेजना गलत कदम है। इससे बीमारी और फैलेगी जिसकी रोकथाम और उससे निपटना सबके लिए मुश्किल होगा। जो जहां हैं उनके लिए वहीं रहने और खाने की व्यवस्था की जाए। यह फैसला लॉकडाउन को पूरी तरह फेल कर देगा। 

बता दें कि दिल्ली-एनसीआर से हजारों की संख्या में लोग अपने घर जाने के लिए पैदल ही निकले थे। इसे देखते हुए दिल्ली और यूपी सरकीर बसों का इंतजाम किया। लोगों को बस से बिहार लाया जा रहा है।

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Sunday, March 29, 2020

दिल्ली से लौटे लोगों को बॉर्डर पर रोकने का आदेश, सरकार की मांग-बाहर से आने वालों के लिए तय हो अंतिम तारीख

: बिहार न्यूज़ टीम 

पटना | दिल्ली से लौटे लोगों को बिहार बॉर्डर पर ही रोकने का आदेश जारी किया गया है। रविवार को क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है। मुख्य सचिव दीपक कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में सभी विभागों के प्रधान सचिव स्तर के अधिकारी मौजूद थे और डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय मौजूद थे।

बैठक के बाद गृह विभाग अपर सचिव आमिर सुबहानी ने बतााय कि कई बसें बिहार पहुंच गई है। सभी को बॉर्डर पर रोक दिया गया है। लोगों की स्क्रीनिंग कराई जा रही है। किसी भी हाल में लोगों को अपने घर जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उनके खाने-पीने से लेकर सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। 14 दिनों तक लोगों को बॉर्डर पर बने कैंप में ही रहना होगा।

मुख्य सचिव ने केंद्रीय गृह सचिव और दिल्ली के कैबिनेट सचिव से बातचीत की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर हुई इस बातचीत की जानकारी देते हुए गृह विभाग के अपर सचिव आमिर सुबहानी ने बताया कि यह जरूरी है कि सीमित संख्या में लोग आएं। लोगों के आने की संख्या अगर ज्यादा बढ़ती है तो यह फैसला लिया जाएगा कि उन्हें घर भेजा जाएगा या नहीं। बिहार सरकार की मांग है कि आने वाले लोगों की एक अंतिम तारीख तय हो।

इससे पहले शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली और यूपी में फंसे लोगों को विशेष बस से बिहार भेजने के फैसले पर ऐतराज जताया था। उन्होंने कहा था कि विशेष बस से लोगों को भेजना गलत कदम है। इससे बीमारी और फैलेगी जिसकी रोकथाम और उससे निपटना सबके लिए मुश्किल होगा। जो जहां हैं उनके लिए वहीं रहने और खाने की व्यवस्था की जाए। यह फैसला लॉकडाउन को पूरी तरह फेल कर देगा। 

बता दें कि दिल्ली-एनसीआर से हजारों की संख्या में लोग अपने घर जाने के लिए पैदल ही निकले थे। इसे देखते हुए दिल्ली और यूपी सरकीर बसों का इंतजाम किया। लोगों को बस से बिहार लाया जा रहा है।

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