Friday, August 24, 2018

नाबालिगों की तस्करी: धर्मांतरण के लिए बिहार-झारखंड के 34 बच्चों को भेजा गया था लुधियाना, 30 बच्चों का कोई सुराग नही


: बिहार न्यूज़ टीम 

' बिहार के चार बच्चों की हुई बरामदगी और  झारखंड के 30 बच्चों का सुराग नहीं.

पटना| धर्मांतरण के लिए झारखंड से नाबालिगों की तस्करी हो रही है। पंजाब के लुधियाना स्थित पैस्किम मैरी क्रास बालगृह, इंद्रनगर में झारखंड के 34 और बिहार के चार बच्चों को रखा गया था। लुधियाना की बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के मुताबिक झारखंड के 34 में से 30 बच्चे चाईबासा से जबकि दो-दो खूंटी और रांची जिले से लाए गए थे। .

सीडब्ल्यूसी, लुधियाना के संजय माहेश्वरी ने बताया कि धर्मांतरण कर बच्चों को यहां रखा जाता था। मामले में चाईबासा के एक शख्स को चिन्हित किया गया है, जो अपने जिले के बच्चों को पैस्किम मैरी क्रास बालगृह में लाकर रखता था। बिहार के सत्येंद्र प्रकाश मूसा नामक व्यक्ति को भी पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। संजय ने बताया कि शिक्षा व बेहतर परवरिश का झांसा देकर बच्चों को लाया जाता था। .

चार नाबालिग बरामद, 30 का सुराग नहीं : गुरुवार को चाईबासा के एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के थाना प्रभारी बनारसी राम दल-बल के साथ लुधियाना पहुंचे। उनके नेतृत्व में पुलिस एक सरकारी शेल्टर होम गई। पैस्किम मैरी क्रास बालगृह को सील किए जाने के बाद वहां के आठ बच्चों को सरकारी शेल्टर होम में रखा गया था। आठ में तीन लड़कियों समेत चार बच्चे झारखंड के रांची और खूंटी के हैं, जबकि चार बिहार के हैं। झारखंड के बच्चों को पुलिस वापस लाएगी। हालांकि, झारखंड के बाकी 30 बच्चों का सुराग नहीं मिला है। आशंका है कि उन्हें चाईबासा भेज दिया गया है। हालांकि, गुरुवार शाम तक बच्चे चाईबासा नहीं पहुंचे थे।.

संजय माहेश्वरी ने बताया कि नौ अगस्त को बच्चों को बालगृह में गलत तरीके से रखने की जानकारी मिली थी। तब लुधियाना के डिप्टी कलक्टर को पत्र लिख सुरक्षा की मांग की गई थी। लेकिन, पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। 16 अगस्त को झारखंड के अधिकारियों को जानकारी दी गई। 21 अगस्त को सीडब्ल्यूसी की टीम बालगृह गई तो वहां के लोगों ने बवाल काटा। सूचना पर पुलिस पहुंची। इसके बाद बालगृह के लोगों ने थाना और सीडब्ल्यूसी को लिखित दिया था कि बच्चों को हटाया नहीं जाएगा। लेकिन, इसके बाद चोरी छिपे 30 बच्चों को वहां से हटा दिया गया।

ज्यादातर बच्चे चाईबासा के और चाईबासा के शख्स पर होगी करवाई: 

पैस्किम मैरी क्रास बालगृह में रखे गए झारखंड के 34 बच्चों की सूची भी झारखंड पुलिस व सीआईडी को दी गई है। अधिकांश बच्चे चाईबासा के मनोहरपुर, सोनुआ, गोईलकेरा, कसमि, कचिंदा, कटिंगकेल के रहने वाले हैं। .

झारखंड के चाईबासा से बच्चों की तस्करी कर उन्हें लुधियाना ले जाने वाले शख्स पर एफआईआर दर्ज होगी। चाईबासा पुलिस ने आरोपी को चिह्नित कर उसकी तलाश तेज कर दी है।

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Friday, August 24, 2018

नाबालिगों की तस्करी: धर्मांतरण के लिए बिहार-झारखंड के 34 बच्चों को भेजा गया था लुधियाना, 30 बच्चों का कोई सुराग नही


: बिहार न्यूज़ टीम 

' बिहार के चार बच्चों की हुई बरामदगी और  झारखंड के 30 बच्चों का सुराग नहीं.

पटना| धर्मांतरण के लिए झारखंड से नाबालिगों की तस्करी हो रही है। पंजाब के लुधियाना स्थित पैस्किम मैरी क्रास बालगृह, इंद्रनगर में झारखंड के 34 और बिहार के चार बच्चों को रखा गया था। लुधियाना की बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के मुताबिक झारखंड के 34 में से 30 बच्चे चाईबासा से जबकि दो-दो खूंटी और रांची जिले से लाए गए थे। .

सीडब्ल्यूसी, लुधियाना के संजय माहेश्वरी ने बताया कि धर्मांतरण कर बच्चों को यहां रखा जाता था। मामले में चाईबासा के एक शख्स को चिन्हित किया गया है, जो अपने जिले के बच्चों को पैस्किम मैरी क्रास बालगृह में लाकर रखता था। बिहार के सत्येंद्र प्रकाश मूसा नामक व्यक्ति को भी पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। संजय ने बताया कि शिक्षा व बेहतर परवरिश का झांसा देकर बच्चों को लाया जाता था। .

चार नाबालिग बरामद, 30 का सुराग नहीं : गुरुवार को चाईबासा के एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के थाना प्रभारी बनारसी राम दल-बल के साथ लुधियाना पहुंचे। उनके नेतृत्व में पुलिस एक सरकारी शेल्टर होम गई। पैस्किम मैरी क्रास बालगृह को सील किए जाने के बाद वहां के आठ बच्चों को सरकारी शेल्टर होम में रखा गया था। आठ में तीन लड़कियों समेत चार बच्चे झारखंड के रांची और खूंटी के हैं, जबकि चार बिहार के हैं। झारखंड के बच्चों को पुलिस वापस लाएगी। हालांकि, झारखंड के बाकी 30 बच्चों का सुराग नहीं मिला है। आशंका है कि उन्हें चाईबासा भेज दिया गया है। हालांकि, गुरुवार शाम तक बच्चे चाईबासा नहीं पहुंचे थे।.

संजय माहेश्वरी ने बताया कि नौ अगस्त को बच्चों को बालगृह में गलत तरीके से रखने की जानकारी मिली थी। तब लुधियाना के डिप्टी कलक्टर को पत्र लिख सुरक्षा की मांग की गई थी। लेकिन, पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। 16 अगस्त को झारखंड के अधिकारियों को जानकारी दी गई। 21 अगस्त को सीडब्ल्यूसी की टीम बालगृह गई तो वहां के लोगों ने बवाल काटा। सूचना पर पुलिस पहुंची। इसके बाद बालगृह के लोगों ने थाना और सीडब्ल्यूसी को लिखित दिया था कि बच्चों को हटाया नहीं जाएगा। लेकिन, इसके बाद चोरी छिपे 30 बच्चों को वहां से हटा दिया गया।

ज्यादातर बच्चे चाईबासा के और चाईबासा के शख्स पर होगी करवाई: 

पैस्किम मैरी क्रास बालगृह में रखे गए झारखंड के 34 बच्चों की सूची भी झारखंड पुलिस व सीआईडी को दी गई है। अधिकांश बच्चे चाईबासा के मनोहरपुर, सोनुआ, गोईलकेरा, कसमि, कचिंदा, कटिंगकेल के रहने वाले हैं। .

झारखंड के चाईबासा से बच्चों की तस्करी कर उन्हें लुधियाना ले जाने वाले शख्स पर एफआईआर दर्ज होगी। चाईबासा पुलिस ने आरोपी को चिह्नित कर उसकी तलाश तेज कर दी है।

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