By बिहार न्यूज़ टीम
30 घंटे तक बिना खायें पिए एक ही अवस्था में रहना सबके बस की बात नही...
जिंदगी की जंग जीती साढ़े तीन साल की सना ने, 31 घंटे बाद बोरवेल से निकाली गई, 110 फीट गहरे बोरवेल में गिरने के बाद 45 फीट पर अटक गई थी बच्ची
मुंगेर : 110 फीट गहरे बोरवेल में गिरी सना (तीन वर्ष) ने जिंदगी की जंग जीत ली। बचाव दल ने लगातार 30 घंटे 40 मिनट तक ऑपरेशन चलाकर उसे सकुशल बाहर निकाल लिया। उसे तत्काल सदर अस्पताल की आइसीयू में भर्ती कराया गया है। चिकित्सकों की टीम ने उसकी हालत खतरे से बाहर बताई है।
शहर के मुर्गीया चक इलाके में मंगलवार अपराह्न तीन बजे साढ़े तीन साल की सना बोरवेल में गिर गई गई थी। वह 43 फीट नीचे जाकर प्लास्टिक के पाइप से अटक गई थी। उसका पैर फंस गया था। घटना के बाद से ही स्थानीय लोग और प्रशासन की टीम उसे सुरक्षित निकालने में जुट गए थे। प्रशासन ने भागलपुर और खगड़िया से एसडीआरफ, एनडीआरएफ और सेना को भी सहायता के लिए बुलाया था। सना तक पहुंचने के लिए बचाव दल ने बोलवेल से करीब फीट की दूरी पर 42 फीट (एल आकार) गहरा गड्ढ़ा खोदा गया था। जेसीबी और पोकलेन की मदद से करीब 32 फीट गहरा करने के बाद मजदूरो की सहायता ली गई।1स्थानीय लोगों की सलाह पर प्रशासन ने इसके लिए कुआं खोदने वाले मजदूरों को काम में लगाया। इससे काम में तेजी आई। हालांकि रह-हरकर होने वाली बारिश ने काम प्रभावित किया। बुधवार दोपहर एक बजे के करीब गड्ढा खोदने का काम पूरा कर लिया गया। इसके बाद लेड लाइट की सहायता से बचाव दल ने फीट लंबी सुरंग खोदी।1 यह काम शाम साढ़े सात बजे तक पूरा कर लिया गया। मिट्टी में गीलापन रहने के कारण बचाव दल को बच्ची तक पहुचने में आधा घंटा लग गया। शाम 7:55 बजे जब एनडीआरएफ की टीम बच्ची के पास पहुंची तक सबने राहत की सांस ली।
22 सदस्यीय पटना से आई एनडीआरएफ की टीम ने बुधवार अपराह्न संभाली कमान, लोगों ने भी की मदद
बचाव कार्य में तेजी लाने के लिए प्रशासन ने पटना से एनडीआरएफ की टीम को बुलाया। बुधवार अपराह्न तीन बजे 22 सदस्यीय एनडीआरएफ की टीम ने एसडीआरएफ के साथ मिलकर बचाव कार्य शुरू कर दिया। स्थानीय लोगों ने भी पूरी मदद की। घटनास्थल पर प्रमंडलीय आयुक्त पंकज कुमार पाल, डीआइजी जितेंद्र मिश्र, एसपी गौरव मंगला, डीडीसी रामेश्वर पांडे, एएसपी हरिशंकर प्रसाद, एसडीओ खगेश चंद्र झा कैंप कर बचाव कार्य का जायजा लेते रहे। मौके पर जमालपुर कैंप से सेना के अधिकारी सहित कोतवाली थानाध्यक्ष राजेश शरण, कासिम बाजार थानाध्यक्ष अजय कुमार अजनबी तैनात रहे। प्रमंडलीय आयुक्त ने बताया कि उनके आग्रह पर पटना के उच्चाधिकारियों ने एनडीआरएफ की टीम को दोपहर लगभग ढाई बजे हेलीकॉप्टर रवाना कर दिया। एनडीआरएफ टीम मुंगेर के सफियाबाद हवाई अड्डा से सीधे घटनास्थल पर पहुंची और बचाव कार्य में जुट गई।
फंसा पैर निकालने में करनी पड़ी मशक्कत
बोरवेल में 43 फीट की गहराई में पाइप में पैर फंसने से सना अटक गई थी। बचाव कार्य में लगी एनडीआरएफ की टीम को उसका पैर निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। बच्ची को सुरक्षित निकलने के लिए लगातार बोरवेल में ऑक्सीजन की व्यवस्था की जा रही थी।
संकरी सड़क और बारिश ने बढ़ाई परेशानी
बच्ची तक पहुंचने को बचाव दल के पास सीमित विकल्प था। बोरवेल से नजदीक ही संकरी गली में गड्ढ़ा खोदने के काम शुरू किया गया। खोदाई के क्रम में यह ध्यान भी रखना था कि दोनों तरफ बने भवनों को नुकसान नहीं पहुंचे। वहीं मंगलवार रात साढ़े तीन बजे के बाद बूंदाबांदी और बारिश ने बचाव कार्य को प्रभावित किया।
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