By: बिहार न्यूज़ टीम
भले ही एक ही मंच पर राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल इस मुद्दे पर जुटे थे, लेकिन दोनों एकसाथ यहां नहीं दिखे। राहुल गांधी के पहुंचने से पहले ही केजरीवाल निकल गए। वहीं दूसरे दलों के नेताओं ने राहुल सहित अन्य के साथ एक साथ हाथ ऊपर उठाकर एकजुटता का परिचय दिया।
विपक्षी खेमे के कई दलों का रुख साफ नहीं :
धरने में कई दलों के नेता एक मंच पर नजर आए हों पर विपक्ष दलों की एकता की राह में अभी कई बाधाएं हैं।.
कांग्रेस के अलावा अधिकांश क्षेत्रीय दल होने से उनके बीच राज्यों के हितों व मु्द्दों के लेकर मतभेद भी है। लोकसभा चुनावों को लेकर भी राज्यों के समीकरण में भी दिक्कतें है। हालांकि कांग्रेस ने सबसे बड़े दल होने के बावजूद प्रधानमंत्री पद के मुद्दे को लोकसभा चुनावों के बाद के लिए टालकर एकजुटता का रास्ता बनाया है। विपक्षी खेमे के कई बड़े क्षेत्रीय दलों की एकजुटता से दूरी भी एक समस्या है।.
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