Saturday, September 22, 2018

न्यू सेंट्रल स्कूल के दरिन्दे प्राचार्य और शिक्षक को बचाने के लिए साक्ष्य मिटाने को कमरे में लगा दी आग


: बिहार न्यूज़ टीम 

पटना| न्यू सेंट्रल स्कूल फुलवारीशरीफ के दुष्कर्म के आरोपित प्राचार्य और शिक्षक को बचाने के लिए साक्ष्य मिटाने का षडयंत्र रचा गया। शुक्रवार दोपहर पेट्रोल डालकर स्कूल के उस कमरे में आग लगा दी गई जिसे दुष्कर्म की घटना उजागर होने के बाद पुलिस ने सीलबंद किया था। आग में स्कूल में मौजूद सभी रजिस्टर व कागजात नष्ट हो गए।.

पीड़िता के परिजनों के साथ पुलिस का भी कहना है कि आरोपितों के परिजनों ने जान-बूझकर आग लगायी ताकि दुष्कर्म से जुड़ा कोई भी साक्ष्य हाथ नहीं लग सके। यहां तक कि न्यू सेंट्रल स्कूल नाम से लिखा बोर्ड भी उखाड़ कर ले भागे। यहां यह महत्वपूर्ण है कि शुक्रवार को ही महिला थाने की पुलिस रजिस्टर जांच को आनेवाली थी। लेकिन इससे पहले ही साक्ष्य नष्ट कर दिए गए। .

स्थानीय लोगों का कहना है कि दोपहर में स्कूल कैंपस से अचानक धुआं निकलने लगा। कमरे में लगे बेंच-टेबल धू-धूकर जल रहे थे। पुलिस का कहना था कि पास में ही बाइक खड़ी थी। उसी में से पेट्रोल निकाल कर आग लगा दिया गया। घंटेभर की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। बरामदे में रखे फर्नीचर भी जल गए। .

इसी कमरे से मिला था रजिस्टर : पुलिस ने प्राचार्य और शिक्षक की गिरफ्तारी के समय स्कूल के इसी कमरे से रजिस्टर जब्त किया था, जहां आग लगी है। उसके बाद इस कमरे को सील किया गया था। पुलिस का कहना है कि इसी कमरे में प्राचार्य ने बेड लगा रखा था। स्कूल के रिकॉर्ड यहीं रखे जाते थे। जिन छात्राओं को हवस का शिकार बनाया गया, रजिस्टर और कागजात जलने के बाद उनके नाम-पता के रिकॉर्ड भी जल गए हैं। डीएसपी रामाकांत प्रसाद ने बताया कि आरोपित के परिजनों द्वारा ही आग लगायी गयी है। स्कूल गेट की चाबी परिजनों के पास थी।

केस उठाने को मिल रही धमकी

पीड़िता के परिवार को आरोपितों के परिजनों की ओर से केस उठाने की धमकी दी जा रही है। इससे पीड़ित परिवार काफी डरा हुआ है। पीड़ता के मामा उनके घर में थे। पुलिस ने उन्हें घर से निकल जाने को कह दिया। इसके बाद पीड़िता और उसका परिवार काफी परेशान है। सुरक्षा को लेकर वे चिंतित हैं। पीड़िता की मां पहले ही बीमार है। उन्हें अपनी बच्ची को इंसाफ दिलाने के लिए अस्पताल से लेकर थाने का चक्कर लगाना पड़ रहा है। 

शिक्षिका की भूमिका भी संदिग्ध

न्यू सेंट्रल स्कूल के प्राचार्य के नाबालिग के साथ घिनौनी करतूत में शिक्षिका की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। पीड़िता के अनुसार क्लास खत्म होने के बाद स्कूल में ही कोचिंग चलता था। जिस कमरे में कोचिंग चलता था उसी के सामने प्राचार्य का केबिन था। प्राचार्य अरविंद कुमार की हवस की शिकार बच्चियां रोती हुईं कमरे से बाहर निकलती थीं। शिक्षिका विरोध करने के बजाय, हंसती थीं। बच्ची को बाथरूम में भेजकर मुंह-हाथ धोने को कह देती थी।

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Saturday, September 22, 2018

न्यू सेंट्रल स्कूल के दरिन्दे प्राचार्य और शिक्षक को बचाने के लिए साक्ष्य मिटाने को कमरे में लगा दी आग


: बिहार न्यूज़ टीम 

पटना| न्यू सेंट्रल स्कूल फुलवारीशरीफ के दुष्कर्म के आरोपित प्राचार्य और शिक्षक को बचाने के लिए साक्ष्य मिटाने का षडयंत्र रचा गया। शुक्रवार दोपहर पेट्रोल डालकर स्कूल के उस कमरे में आग लगा दी गई जिसे दुष्कर्म की घटना उजागर होने के बाद पुलिस ने सीलबंद किया था। आग में स्कूल में मौजूद सभी रजिस्टर व कागजात नष्ट हो गए।.

पीड़िता के परिजनों के साथ पुलिस का भी कहना है कि आरोपितों के परिजनों ने जान-बूझकर आग लगायी ताकि दुष्कर्म से जुड़ा कोई भी साक्ष्य हाथ नहीं लग सके। यहां तक कि न्यू सेंट्रल स्कूल नाम से लिखा बोर्ड भी उखाड़ कर ले भागे। यहां यह महत्वपूर्ण है कि शुक्रवार को ही महिला थाने की पुलिस रजिस्टर जांच को आनेवाली थी। लेकिन इससे पहले ही साक्ष्य नष्ट कर दिए गए। .

स्थानीय लोगों का कहना है कि दोपहर में स्कूल कैंपस से अचानक धुआं निकलने लगा। कमरे में लगे बेंच-टेबल धू-धूकर जल रहे थे। पुलिस का कहना था कि पास में ही बाइक खड़ी थी। उसी में से पेट्रोल निकाल कर आग लगा दिया गया। घंटेभर की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। बरामदे में रखे फर्नीचर भी जल गए। .

इसी कमरे से मिला था रजिस्टर : पुलिस ने प्राचार्य और शिक्षक की गिरफ्तारी के समय स्कूल के इसी कमरे से रजिस्टर जब्त किया था, जहां आग लगी है। उसके बाद इस कमरे को सील किया गया था। पुलिस का कहना है कि इसी कमरे में प्राचार्य ने बेड लगा रखा था। स्कूल के रिकॉर्ड यहीं रखे जाते थे। जिन छात्राओं को हवस का शिकार बनाया गया, रजिस्टर और कागजात जलने के बाद उनके नाम-पता के रिकॉर्ड भी जल गए हैं। डीएसपी रामाकांत प्रसाद ने बताया कि आरोपित के परिजनों द्वारा ही आग लगायी गयी है। स्कूल गेट की चाबी परिजनों के पास थी।

केस उठाने को मिल रही धमकी

पीड़िता के परिवार को आरोपितों के परिजनों की ओर से केस उठाने की धमकी दी जा रही है। इससे पीड़ित परिवार काफी डरा हुआ है। पीड़ता के मामा उनके घर में थे। पुलिस ने उन्हें घर से निकल जाने को कह दिया। इसके बाद पीड़िता और उसका परिवार काफी परेशान है। सुरक्षा को लेकर वे चिंतित हैं। पीड़िता की मां पहले ही बीमार है। उन्हें अपनी बच्ची को इंसाफ दिलाने के लिए अस्पताल से लेकर थाने का चक्कर लगाना पड़ रहा है। 

शिक्षिका की भूमिका भी संदिग्ध

न्यू सेंट्रल स्कूल के प्राचार्य के नाबालिग के साथ घिनौनी करतूत में शिक्षिका की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। पीड़िता के अनुसार क्लास खत्म होने के बाद स्कूल में ही कोचिंग चलता था। जिस कमरे में कोचिंग चलता था उसी के सामने प्राचार्य का केबिन था। प्राचार्य अरविंद कुमार की हवस की शिकार बच्चियां रोती हुईं कमरे से बाहर निकलती थीं। शिक्षिका विरोध करने के बजाय, हंसती थीं। बच्ची को बाथरूम में भेजकर मुंह-हाथ धोने को कह देती थी।

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